श्री मो. हारूण रशीद जनता दल (यूनाइटेड) से बिहार विधान
सभा निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद् के सदस्य हैं। इनका
जन्म 16 जनवरी, 1954 को सुपौल जिला के डभारी टोला चकला
में हुआ था। इनकी माता का नाम श्रीमती जुलेखा खातून एवं
पिता का नाम स्व. मोहिउद्दीन है। इनकी पत्नी का नाम
श्रीमती शहनाज परवीन है। इन्हें दो पुत्र एवं एक पुत्री
है। इनकी शैक्षणिक योग्यता एम.ए. है।
श्री रशीद ने 7 मई, 2008 को बिहार विधान परिषद् के सदस्य
के रूप में शपथ लिया। उन्होंने 1974 ई. के छात्र आंदोलन
में छात्र संघर्ष समिति के नेता के रूप में सुपौल, सहरसा,
मधेपुरा, पूर्णियॉं, कटिहार, अररिया इत्यादि जिलों में
छात्र आन्दोलन को मजबूती प्रदान किया। 18 मार्च, 1974 ई.
से 1977 ई. तक कई बार जेल गए। इनके विरुद्ध लगाई गई
विभिन्न धाराओं में मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्युरिटी
ऐक्ट (मीसा) एवं डिफेंस ऑफ इंडिया रूल्स ऐक्ट
(डी.आई.आर.) प्रमुख हैं। छात्र आंदोलनों में कई बार पुलिस
की लाठी के शिकार हुए और यातनाएं भी सहीं। छात्र आंदोलन के
क्रम में ये लोक नायक जयप्रकाश नारायण के करीबी रहे।
आन्दोलन को सफल बनाने में एक पत्रिका जिसका नाम 'संघर्षपथ'
था, इसे छपवाकर प्रसारित करते थे जिससे जन-जन में छात्र
आंदोलन के कार्यक्रमों और खबरों को छात्रों एवं समाज के
बुद्धिजीवियों तक पहुंचाने का काम किया जा सके। ये बिहार
प्रदेश जनता दल (यूनाइटेड) के महासचिव, प्रदेश
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष एवं कई सामाजिक
संगठनों के विभिन्न पदों पर रहे। भारत सरकार में
केन्द्रीय उपभोक्ता संरक्षण समिति के सदस्य, बी.एन.मंडल
विश्वविद्यालय, मधेपुरा के सिंडिकेट के सदस्य, मौलाना
मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के सिंडिकेट एवं
सीनेट के सदस्य, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के
सदस्य, बिहार राज्य हज कमिटी के सदस्य, बिहार राज्य
मदरसा बोर्ड के सदस्य के रूप में इन्हें कार्य करने का
अवसर प्राप्त हुआ। समाज के कमजोर तबके के लोगों को समाज
की मुख्य धारा से जोड़ना इनका पसंदीदा कार्यक्षेत्र है।
इसके अतिरिक्त समाज के युवा वर्ग को खेल-कूद, अध्ययन एवं
प्राकृतिक आपदाओं के समय पीडि़तों तक लाभ पहुंचाने की दिशा
में लगातार कार्य करने के लिए ये हमेशा प्रेरित करते रहे।
मुशायरा, कवि सम्मेलन, लेखन प्रतियोगिता, युवाओं के अन्य
रचनात्मक कार्यों के आयोजन करने में इन्होंने हमेशा
अग्रणी भूमिका निभाई।
बिहार विधान परिषद् में 5 अगस्त, 2015 को
इन्होंने उप सभापति का प्रभार ग्रहण किया एवं 9 मई, 2017
से संविधान की धारा-184(1) के अंतर्गत सभापति के
दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।
अभिरुचि
:
अध्ययन,
समाज सेवा, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक कार्यों एवं खेल-कूद
में विशेष रुचि
स्थायी पता
:
सुपौल वार्ड सं.-8/11,
पोस्ट एवं जिला- सुपौल, पीन कोड न.- 8512131